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http://kuch-ankaha-sa.blogspot.in/
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कहो सीता से

फिर कोई राम क्यों आये धरा पर,

फिर कोई रावण क्यों हरे सीता,

स्वयं ही राम क्यों न बना जाये,

मारकर अपने भीतर के रावण को .

कहो सीता से वो भी धर काली का रूप,

संहार करे रावण-महिषासुर से दानवों का।

—————————————–वीणा सेठी

ये सन्देश या चेतावनी उन तमाम दानवों के लिए जिनकी निगाहों में नारी का अस्तित्व केवल एक ‘सामान’से अधिक कुछ नहीं.

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