http://kuch-ankaha-sa.blogspot.in/
- 43 Posts
- 48 Comments
कहो सीता से
फिर कोई राम क्यों आये धरा पर,
फिर कोई रावण क्यों हरे सीता,
स्वयं ही राम क्यों न बना जाये,
मारकर अपने भीतर के रावण को .
कहो सीता से वो भी धर काली का रूप,
संहार करे रावण-महिषासुर से दानवों का।
—————————————–वीणा सेठी
Read Comments